Thursday 24 January 2013

धरोहर: अर्जी छुट्टी की..........संतोष सुपेकर

छुट्टी की अर्जी:
केवल एक कागज या दस्तावेज ही नहीं....
एक भावना है..
एक आशा है उम्मीद है...
और हक भी है एक धमकी है..
बहाना है.... 

1 comment:

  1. शुभ प्रभात
    अनुमति मत माँगिये
    साधिकार ले आइये
    पर रचना प्राप्ति का स्त्रोत एवं वास्तविक रचना कार का नाम के बगैर प्रकाशन न करें
    सादर यशोदा
    पुनः
    ये वर्ड व्हेरिफिकेशन हटवा दीजिये

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