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ISSN : 2349-7122

Saturday, 22 December 2012

बुकर का सफर


बुकर का सफर

2012 के मैन बुकर फार फिक्शन के पुरस्कार की घोषणा हाल मे ही मे की गयी है,जिसमे ब्रितानी लेखिका हिलेरी मांटेल विजयी रहीं.
मैन बुकर फार फिक्शन पु. कामनवेल्थ या आयरलैण्ड के नागरिक द्वारा लिखे गये मौलिक अंग्रेजी उपन्यास के लिए हर वर्ष दिया जाता है. बुकर पु. की शुरुआत 1969 मे बुकर मैक्कोनल कम्पनी के द्वारा की गयी थी. तब इसे 'बुकर मैक्कोनल अवार्ड' के नाम से जाना जाता था और पुरस्कार राशि £21,000 थी. 2002 मे 'मैन ग्रुप' के साथ मिलकर यह राशि बढाकर £50,000 कर दी गयी और नाम भी 'मैन बुकर फार फिक्शन' हौ गया,जिसे अब लघु रूप से मैनबुकर पुरस्कार या बुकर पुरस्कार के रूप मे जाना जाता है.मैन बुकर पुरस्कार 2012-
ब्रिटेन की लेखिका हिलेरी मांटेल को फिक्शन वर्ग मे उनके उपन्यास 'ब्रिंग अप बाडीज' के लिए वर्ष 2012 के लिए बुकर पु. दिया गया. इसी के साथ वह दो बार बुकर पु. जीतने वाली पहली महिला बन गयीं हैं. वह इससे पहले 2009 मे एसी श्रंखला (Thomas Cromwell Trilogy) के पहले 'वुल्फ हाल' के लिए जीता था. 57 वर्षीया हिलेरी के अलावा पाँच और लेखक इस पु. के दावेदार थे जिसमे जे.एम. कोएट्जी,वाटसन और भारतीय मूल के जीत थाइल शामिल थे. इस पु. के अलावा हिलेरी कई पुरस्कारों को अपने नाम कर चुकीं हैं जैसे-सी.बी..सम्मान,संडे एक्सप्रेस बुक आफ इयर सम्मान,आँरेंज प्राइज,कामनवेल्थ राइटर्स प्राइज आदि. उनकी अन्य उपन्यास हैं-'एवरी डे इज मदर्स डे', चेन्ज आफ क्लाइमेट',' प्लेस आफ ग्रेटर सेफ्टी' आदि. 
बुकर पुरस्कार और भारत-
2012
के पुरस्कार मे नामित 6 साहित्यकारों मे भारतीय मूल के लेखक जीत थाइल भी शामिल थे,जिनका मुम्बई मे ओपियम के धन्धे पर आधारित उपन्यास 'नार्कोपोलिस' बुकर की दौड़ मे था. अभी तक भारतीय मूल के पाँच लेखक यह पुरस्कार जीत चुके हैं-
1-
वी.एस.नायपाल(1971)-In A Free State
2-
सलमान रुश्दी(1981)-Midnight's Children
3-
अरुन्धति राय(1997)-A God of Small Things
4-
किरण देसाई(20006)-The Inheritence of Laws
5-
अरविन्द अडिगा(2008)-The White Tiger
मैन बुकर इंटरनेशल अवार्ड-
अमूमन हम मैन बुकर फार फिक्शन और मैन बुकर इन्टरनेशनल अवार्ड एक ही समझ बैठते हैं जबकि दोनो पुरस्कार अलग अलग हैं. यह पुरस्कार विश्व के साहित्य को आमंत्रित करता है. यह विश्व के किसी भी जीवित साहित्यकार को उसके किसी भी विधा के मूलत: अंग्रेजी लेखन या अंग्रेजी मे अनुवादित लेखन के लिए प्रदान किया जाता है. 2005 से प्रारम्ण यह पुरस्कार Man Group के द्वारा प्रदान किया जाता है. उसमे पुरस्कार राशि £60,000 है.यह पुरस्कार अभी तक 4 साहित्यकारों को दिया जा चुका है-
1-
इसमेल काडरा -2005-अल्बानिया
2-
चिनुआ एक़बी-2007-नाइजीरिया
3-
एलिस मुनरो-2009-कनाडा
4-
फिलिप रोथ-2011अमेरिका
इस तरह दोनो पुरस्कार पूर्णत: भिन्न हैं.

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