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ISSN : 2349-7122

Sunday, 20 January 2013

रचनाकार: गरिमा जोशी पंत की कविता - तू और मैं

रचनाकार: गरिमा जोशी पंत की कविता - तू और मैं

हम लाख छुपाएं
पारखी समझ गए
हममें हव्वा कौन 
मैं या तू
हममें आदम कौन
तू या मैं।

आगे पढ़ें: रचनाकार: गरिमा जोशी पंत की कविता - तू और मैं http://www.rachanakar.org/2013/01/blog-post_3469.html#ixzz2IWcOz900

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