आचार्य शीलक राम
अंग्रेजी नव- वर्ष मंगलमय हो!
जड- चेतन यहाँ सब निर्भय हो!!
उत्सवमय कामना जीवन की
भरा करुणा से सबका हृदय हो!!
अन्य में देखे सब अपने को!
हकीकत को भाई; नहीं सपने को!!
अपने में सब देखें दूसरों को
नहीं कोई भी यहाँ सुनो निर्दय हो!!
प्रत्येक साल में बारह हैं महीने!
कामना सबकी सुख से जीने!!
हर महीने का एक- एक दिवस
न किसी को किसी का भय हो!!
देह निरोग और स्वस्थचित्त हो!
सब कोई परस्पर यहाँ मीत हों !!
एक दूसरे के मददगार हों यहाँ
मददगार का सबका परिचय हो!!
प्रार्थना हृदय की गहराई से!
माता-पिता संग बहन-भाई से!!
छोटे-बडे समान सब वय के
असतो मा सद् गमय हो!!
तर्क संग श्रद्धा में पारंगत हों!
विभिन्न मत में भी एकमत हों!!
अस्तित्व में सभी रहें उल्लास से
सनातन में सबका दृढ निश्चय हो!!
nice
ReplyDelete