'शब्द व्यंजना' और
'सन्निधि संगोष्ठी' के
संयुक्त तत्वाधान में दिनांक 22/11/2014 को
अपराह्न 01.30 बजे से सायं 6:00 बजे
तक कमरा न. 203, अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन केन्द्र, जवाहर लाल
नेहरु विश्वविद्यालय, नई दिल्ली में 'सारांश समय का' साझा कविता-संकलन
का विमोचन/ लोकार्पण समारोह तथा काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया।
बृजेश नीरज जी व अरुन शर्मा अनंत जी द्वारा सम्पादित 80 रचनाकारों की पुस्तक की एक सहभागी आपकी दोस्त "नीलू 'नीलपरी" भी है।
मुख्य अतिथि रमणिका गुप्ता जी, लक्ष्मीशंकर बाजपेयी जी, धनञ्जय सिंह जी, प्रसून लतांत जी रहे। मंच की संचालिका महिमा ने अपना कार्य बखूबी निभाया। किरण आर्या के संयोजन से सारा समारोह बहुत अच्छा बन पड़ा। कविता, शायरी, ग़ज़ल, कुण्डलिया आदि की स्वर लहरी से समां बंध गया। उपस्थित रचनाकारों के साथ हमने भी काव्य पाठ किया।
बृजेश नीरज जी व अरुन शर्मा अनंत जी द्वारा सम्पादित 80 रचनाकारों की पुस्तक की एक सहभागी आपकी दोस्त "नीलू 'नीलपरी" भी है।
मुख्य अतिथि रमणिका गुप्ता जी, लक्ष्मीशंकर बाजपेयी जी, धनञ्जय सिंह जी, प्रसून लतांत जी रहे। मंच की संचालिका महिमा ने अपना कार्य बखूबी निभाया। किरण आर्या के संयोजन से सारा समारोह बहुत अच्छा बन पड़ा। कविता, शायरी, ग़ज़ल, कुण्डलिया आदि की स्वर लहरी से समां बंध गया। उपस्थित रचनाकारों के साथ हमने भी काव्य पाठ किया।
वरिष्ठ कवि और मेरे बाबा धनञ्जय सिंह जी और
बृजेश नीरज जी से प्रथम बार मिलना बहुत सुखद रहा। मेरे फेसबुक मामू अशोक अरोरा जी
की उपस्थिति सुखकर लगी।
राहुल पुरुषोत्तम द्वारा कैमरे में कैद की कुछ फ़ोटो साझा कर रही
हूँ।
- नीलू नीलपरी
हार्दिक शुभ कामनाएं
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